केरल के Shihab Chottur ने हज पैदल जाने का है ठाना, 8500 किमी 2023 में पहुचेंगे मक्का

अल्लाह का घर देखने की तमन्ना हर मुसलमान की होती है। लेकिन हजारों किलोमीटर पैदल चलकर हज पर जाना हर किसी के बस की बात नहीं।

लेकिन जब इरादे मजबूत हो तो मंजिल भी आसान हो जाती है। ऐसा ही नेक और मजबूत इरादा लेकर हज के लिए निकले हैं केरल के Shihab Chottur

हिंदुस्तान की आखिरी छोर केरल के मलपुरम जिले के कोट्टककल के पास अटावनाड नामक इलाका है। यहीं के रहने वाले हैं शिहाब

भारत, पाकिस्तान, इराक, ईरान और सऊदी अरब जैसे देशों का सफर तय करते हुए शिहाब 8 महीने बाद अगले साल तक मक्का पहुंच जाएंगे।

विदेश मंत्रालय के अधिकारी हैरान रह गए, जब उन्हें मक्का जाने की इजाजत के लिए शिहाब की दरख्वास्त मिली। 

1 दिन में कम से कम 25 किलोमीटर चलने वाले का इरादा करने वाले शिहाब अपने साथ हलका सामान ले जा रहे हैं ताकि सफर में दिक्कत ना हो।

शिहाब पेशे से एक डॉक्टर हैं और ग्रेजुएट हैं। उनकी उम्र फिलहाल 29 साल है। इनकी परिवार की बात की जाए तो उपलब्ध जानकारी के अनुसार इनकी शादी हो चुकी है 

उनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी सख्त है। जिस भी जगह से होकर गुज़र रहे हैं स्थानीय पुलिस उनके साथ चल रही है 

भारत में उनकी सुरक्षा और सेहत का ख्याल रखने के लिए एक एम्बुलेंस भी साथ चल रही है।